प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किस प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा है:Primary health care in hindi

Primary health care in hindi भूख हो तब ही खाए अगर भूख न लगी हो तो न खाए ,दोपहर को दही खाए रात में कभी भी दही न खाए , रात के खाने के बाद चाय पिए ,जूस ना पीये फल खाए  जूस तो उनलोगों के लिए हैं जिनके दांत नहीं होते , आपके दांत हो तो आप पूरा फल खाए . जूस पीने से शरीर को ज्यादा लाभ नहीं होता क्यों की फल में मौजूद फाइबर तो आपको मिलता नहीं ,तेल का कम से कम इस्तेमाल करे  सरसों का तेल या ओलिव आयल सबसे पौष्टिक हैं इनका प्रयोग करे . देसी घी से दूर रहे , ये आपके लिए बहुत ज्यादा पौष्टिक हैं . नारियल तेल का प्रयोग कभी भी खाना बनाने में ना करे

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कोल्ड ड्रिंक जहर है  और साथ ही मार्किट में मिलने वाले सभी जूस भी . इनका कभी भी सेवन न करे . सोडा से आहार नलिका ख़राब हो जाती हैं . पेट की कोशिकाए नष्ट हो जाती है . इनका प्रयोग ना करे .
सलाद खाए – खाने के पहले ढेर सारा सलाद खाने , खाते वक़्त खाए और खाने के बाद खाए . सलाद आपके लिए सबसे पौष्टिक आहार हैं . सलाद बनाने में फलों का भी इस्तेमाल करे . रोज़ बदल बदल कर सलाद खाए . हरी पत्तियों जैसे मुली की पत्ती का सलाद बहुत ही लाभदायक हैं .

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किस प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा है


अंकुरित बीज खाए – जैसे चना , मूंगफली , उरद , मुंग आदि को अंकुरित कर ले और उसका रोज़ सुबह सेवन करे . अंकुरित बीजो में जीवन तत्व मौजूद होता हैं जो आपको पौष्टिक और दीर्घायु बनाता हैं .
मेवा खाए – एक दिन में पांच भिगोया हुआ बादाम , एक अखरोट और पांच काजू खाए . मेवा में ऐसे विटामिन मौजूद हैं जो और कही नहीं मिलते .
चावल कम खाए रोटी ज्यादा – गेहू , ओट आदि में कोम्प्लेक्स कार्ब होता हैं जो जल्दी नहीं पचता और धीरे धीरे आपने उर्जा को निकालता हैं . चावल जल्दी से च जाता हैं और शरीर को जरूरत से ज्यादा उर्जा देता हैं .

अंडा हैं पौष्टिक

अंडा हैं पौष्टिक – अंडा खाने से आपको तमाम किस्म के रोगों से इमुनिटी मिलती हैं , रोज़ एक अंडा खाए . याद रहे अंडा जीव नहीं हैं और इसप्रकार अंडा खाना मांसाहार नहीं हुआ (हालाँकि ये शाकाहार नहीं हैं ) , अगर आप दूध पीते हैं तो अंडा खाना उसके बराबर ही हुआ .
मांसाहार से रहे दूर – वैसे मांसाहार से आपको तमाम किस्म के पौष्टिक तत्व मिलते हैं पर यदि शाकाहारी भोजन मौजूद हो तो मांसाहार न करे . जीव हत्या बहुत बड़ा पाप हैं

समुदाय की प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल

अगर आपने एक लम्बे जीवन को जीने का मन बनाया हैं तो आपको कुछ खास लाइफ इन्सोरेन्स प्लान भी लेना चाहिए , सही इंसोरेंस प्लान आपके लम्बे जीवन को आसान और आर्थिक रूप से संपन्न बनाएगा .
याद रहे – आपके सभी इन्सुरेंसे पालिसी की पूरी जानकारी आपके परिवार को हो , कौन सी पालिसी हैं , उसका कागज़ कहाँ रखा हैं , आपात कालीन स्थिति में किससे संपर्क करे ये सब बाते एक कॉपी में नोट करके अपने परिवार को दे दें और साथ ही उन्हें समझा भी दे की क्या करे किसी आकस्मिक परिस्थिति में .

बीमा लेते वक़्त किसी भी स्थिति में कोई गल

याद रहे – बीमा लेते वक़्त किसी भी स्थिति में कोई गलत जानकारी आप बीमा कम्पनी को ना दे . आजकल बीमा एजेंट अपनी पालिसी बेचने के लिए , आपको गलत जानकारी देने को कह सकते हैं , लेकिन ये गलत जानकारी किसी अप्रिय घटना होने पर क्लेम लेना मुश्किल बना देगी . अगर आपके बीमा का क्लेम ही न मिले तो ऐसे बीमा लेने का क्या लाभ .
नीचे दिये चार तरह की पालिसी रखे, आपको ये चारो पालिसी लेनी हैं –
मेडीक्लेम पालिसी – अगर आप किसी इलाज के लिए अस्पताल में भरती होते हैं तो मेडी क्लेम अस्पताल के ज़्यादातर खर्चो का वहन करेगा . इससे आपको अपने इलाज़ कराने में सहूलियत होगी . मेडीक्लेम लेते समय निम्न बातो का ध्यान रखे . 

प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल क्या है?फेमली फ्लोटर प्लान ले

फेमली फ्लोटर प्लान ले – ये एक प्लान आपके पुरे परिवार के लिए होगा . अलग अलग लोगो के लिए प्लान लेना आपको महंगा पड़ेगा . हो सके तो १० लाख का फॅमिली फ्लोटर ले . हर साल समय से अपने मेडीक्लेम पालिसी का नवीनीकरण कराये . ज्यादातर पालिसी २ साल के बाद ही अपना पूरा लाभ देती हैं .
टर्म इंसोरेंस पालिसी – 
किसी कारण से पालिसी धारक की मृत्यु हो तो टर्म इन्सुरेंस तय किये गए पालिसी वैल्यू का भुगतान पालिसी धारक के नॉमिनी को करता हैं . टर्म इन्सुरेंसे जीवन बिमा से सस्ता होता हैं और इसका पालिसी वैल्यू बहुत अधिक होती हैं . टर्म इन्सुरेंसे में कोई भी मनी बैक या कोई बचत लाभ नहीं होता . आपको चाहिए की कम से कम अपनी वार्षिक कमाई का १० गुना का टर्म इन्सुरेंसे कराये . किसी अप्रिय घटना की स्थिति में आपके परिवार का पालन पोषण सुचारू रहे .
जीवन बीमा – 
किसी अच्छे बीमा कम्पनी से टैक्स बचाने वाला और मनी बैक पालिसी का जीवन बिमा ले . बीमा पालिसी लेते समय उसके बारे में सही जांच पड़ताल कर ले . समय से बीमा की किस्तों का भुगतान करे . अपनी वार्षिक कमाई का २ गुना बीमा प्लान ले तो ठीक हैं .
क्रिटिकल इलनेस पालिसी – 
ये मेडीक्लेम पालिसी हैं जो कुछ जानलेवा रोग (जैसे कैंसर , लीवर इलनेस , हार्ट प्रॉब्लम ) होने पर पालिसी राशी का एक मुश्त भुगतान करता हैं . आपके इलाज में हो रहे खर्चो से इस पालिसी का कोई लेना देना नहीं , यदि आपने ५ लाख की पालिसी ली हैं तो क्रिटिकल इलनेस पालिसी में उल्लेखित बीमारी होने पर पालिसी धारक को ५ लाख रूपये दे दिए जायेंगे . 
किसी नामचीन कम्पनी से पालिसी ले , याद रहे की पालिसी में ज्यादा से ज्यादा क्रिटिकल इलनेस उल्लेखित हो .

समुदाय की प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल /एक अच्छे किस्म का गुड़ हैं 

एक अच्छे किस्म का गुड़ हैं हर तरह के गुणों की खान . सभी को गुड़ का स्वाद पसंद होता हैं , लेकिन रंग के चलते और बनाने की सुविधा के चलते हम चीनी का प्रयोग ज्यादा करते हैं.
अगर आपको शतायु होना हैं तो चीनी को हाँथ भी न लगाये. चीनी एक नुकसान करने वाला केमिकल चीज़ हैं , ये आपके शरीर को घुन की तरह खोखला कर देती हैं . कई बीमारियों का जड़ है चीनी . पर वही चीनी का भाई गुड़ हर तरह से आपके शरीर को स्वस्थ बनाता हैं . यदि आपको अच्छा गुड़ मिल सकता है तो इसके सेवन से आप तमाम किस्म की बिमारियो से खुद की बचा सकते हैं . चीनी की अप्पेक्षा गुड़ शरीर में ठीक से पचता हैं और नुकसान नहीं पहुचाता .

हमें स्वस्थ रहने के लिए क्या खाना चाहिए

आप चीनी का सेवन पूरी तरह छोड़ कर सिर्फ गुड़ से ही काम चला सकते हैं . एक ओर ये स्वादिष्ट होता हैं तो दूसरी ओर स्वास्थ्यवर्धक .
ध्यान रहे – यदि आपको मधुमेह यानि डाइबीटीज हैं तो आप गुड़ का सेवन ना करे – चीनी और गुड़ दोनों आपके लिए घातक हैं .
पाचक – खाने के बाद एक टुकड़ा गुड़ का धीरे धीरे खाए . पाचन तंत्र सही होता हैं और गैस नहीं बनती .
सर्दी ज़ुकाम – सर्दी हो गयी हो तो गुड़ को अदरक के साथ मिलकर खाने से सर्दी में राहत मिलती हैं .
खांसी – गुड़ और अदरक या सौंठ को गरम करके धीरे धीरे चूसने से खांसी में राहत मिलती हैं .
गला बैठ जाये – गुड़ खाने से गले को राहत मिलती हैं .
कमजोरी – कमजोरी महसूस हो तो गुड़ से बना शर्बत पीने से ताकत मिलती हैं .
हिचकी आने पर – गुड़ के टुकड़े को मुंह में रख कर चूसने से हिचकी बंद हो जाती हैं .
वज़न कम करना – ऐसा माना जाता हैं की पाचक होने के कारण गुड़ का सेवन शरीर में बेकार के जमे हुए वसा को गलाता हैं .
हर तरह से गुड़ अच्छा हैं . रोज़ गुड़ का सेवन सही वक़्त पर करने से आप बन सकते हैं

सलाद सेहत का खज़ाना हैं। अगर आप ढेर सारी मात्रा में सलाद खाते हैं

सलाद सेहत का खज़ाना हैं। अगर आप ढेर सारी मात्रा में सलाद खाते हैं तो आपका स्वास्थ्य सर्वोत्तम रहेगा। पेट के लिए ये रामबाण औषधि हैं। जो आदमी ढेरों सलाद का सेवन करेगा वो पेट के बिमारियों से सदा दूर रहेगा। उसको मोटापा नहीं आएगा और वो दिन भर ताज़गी से भरा रहेगा।

सलाद के निम्न फ़ायदे हैं

1 इसमें ढेरो फाइबर होते हैं। फाइबर आपके पाचन तंत्र को साफ़ करते हैं।
2 इसमें ना के बराबर कार्ब होता हैं , तो जितना मर्ज़ी खाये, सलाद मोटापा नहीं लाएगा।
3 भूक को कण्ट्रोल करने में सहायता करता हैं। पेट को भर देता हैं। आपको कम खाना खाना पड़ता हैं।
4 इसमें ढेरो प्रोटीन और मिनरल होते हैं। जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
5 सलाद में होते हैं एंटीऑक्सीडेंट जो आपको ताज़गी प्रदान करते हैं।
6 सलाद बनाना बहुत आसान हैं। इसमें कोई ऊर्जा नहीं लगता। ये इंस्टेंट बन जाता हैं।
7 सलाद पका नहीं होता, इसलिए सब्ज़ी, फलों या पत्तो का सब गुण जस के तस आपको मिलते हैं।

सलाद बनाने के लिए आप निम्लिखित बातों का ध्यान रखे –

1 आपका सलाद जितना अलग अलग रंगों का होगा उतना बढ़िया।
2 सिर्फ एक दो ही सब्ज़ी का रोज़ सलाद न खाये।
3 पत्तो की मात्रा ज्यादा से ज्यादा रखे।
4 फलों का भी प्रयोग करे।
5 अंकुरित चना, मुंग और कोई भी अन्न , सलाद में रखे।
6 ताज़ा फलों , सब्ज़ियों , पत्तियो का ही प्रयोग करे।
7 सलाद में प्रयुक्त सभी सब्ज़ियों, फलो , आदि को अच्छी तरह साफ़ करले। चूँकि आप सलाद को पकाते नहीं हैं , इसलिए इसको ठीक से साफ करना ज़रूरी हैं।
8  सलाद में काला नमक ना डेल। काला नमक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैं।
9 नमक की मात्रा ज्यादा ना करे।
10 हलकी मात्रा में मसाले का प्रोयग कर सकते हैं।
11 खाने के पहले ही सलाद खाना शुरू कर दे , इससे पेट जल्दी भर जाता हैं।
12 खाने का २५ से ३५ प्रतिशत तो सलाद का ही होना चाहिए। आप इससे भी ज्यादा खा सकते हैं।

निष्कर्ष 

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) भारत की ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की मूलभूत इकाई है, जो ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती है। यह केंद्र सामान्य बीमारियों के उपचार, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, और परिवार नियोजन जैसी सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराता है।

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