how to stop drinking permanently : इस बात से कोई मतलब नहीं की कोई – कौन सा नशा करते हैं , कितनी मात्रा में करते हैं , कितनी दिनों में करते हैं , किन सावधानियों के साथ करते हैं नशा जहर हैं – नशा करेगा नाश और सिर्फ नशा करने वाले के शरीर का ही नहीं , उसके परिवार का , उसके कुटुंब का , उसके समाज का और अंत में देश का। अगर कोई शतायु रहना चाहते चाहते हैं तो नशा से १०० कोस दूर रहे । नशे करने वालों के साथ भी ना रहे। आपका शरीर बहुत से महत्वपूर्ण कार्यो को करने के लिए बना हैं और नशा तो बिलकुल ही वो काम नहीं।
क्या कोई डिस्काउंटेड लाइफ जीना चाहता हैं ? – क्या आप चाहते हैं की आपके लाइफ पर 50 % डिस्काउंट हो तो ड्रग्स ले , अगर 30% डिस्कोउंट चाहिए तो दारू पिए , इसी तरह धुआ और तम्बाकू लेने वालो के जीवन पर बड़ी मात्रा में डिस्कोउंट हैं। शतायु होना तो दूर, नशा करने वाला अपने जीवन को हर नशे के साथ छोटा और छोटा करता जाता हैं।क्या नशे से मुक्त लोग खुशहाल नहीं ? – क्या आपके आसपास सैकड़ो हज़ारों ऐसे लोग नहीं हैं जो कोई नशा नहीं करते , पर हर तरह से खुशहाल हैं। उनके जीवन में नशे का कोई नाम नहीं। आपकी माँ , बीवी , बहन, हो सकता हैं कभी नशे की चीज़े देखी भी नहीं हो , क्या वो जीवित नहीं हैं ? नशा करने वाले को ऐसा क्यों लगता हैं की नशे के बग़ैर वो जी नहीं सकता।
ये दलीले हैं बेफिज़ूल -नशा छोड़ने पर क्या होता है? |
मैंने लोगों को ये कहते सुना हैं – अमुक आदमी ताउम्र नशा किया और लंबी उम्र तक उसको कोई रोग नहीं हुआ। बिलकुल गलत – किसी एक ने दस मंज़िल से छलांग लगाई और उसको कुछ नहीं हुआ , क्या आप भी ये करतब आज़माना चाहेंगे? दूसरे के साथ कुछ नहीं हुआ तो इसका ये मतलब नहीं की आपके साथ भी सब अच्छा होगा। मैंने लोगों को ये कहते सुना हैं – ज़िन्दगी में हर चीज़ करके देखो। आप समाज सेवा करके देखो , अपने कमाई का ७५% गरीबों में दान करके देखो , नया कोई अविष्कार करके दिखाओ, एक महाकाव्य की रचना करके दिखाओ , अपने परिवार , गांव , देश का नाम रोशन करके दिखाओ – क्यों ये काम ज़िन्दगी में एक बार नहीं करना ? लेकिन गलत काम ज़रूर करके देखना हैं। नशा छोड़ने पर क्या होता है?- अच्छा खान पान रहे तो नुकसान नहीं होता। बिलकुल ग़लत , आपके खान पान से नशा का कोई सरोकार नहीं , नशा को शरीर के किसी न किसी अंग को ख़राब ज़रूर करेगा। कितना और कैसे ये अलग अलग लोगों पर निर्भर करता हैं। मैंने लोगों को ये कहते सुना हैं – अच्छे ब्रांड का नुक़सान नहीं करता। ज़हर किसी ब्रांड का हो नुकसान करता ही है , अगर ये नुकसान न करे तो काम भी नहीं करेगा। ऐसे समाज में जहाँ पानी और हवा भी दूषित हैं आप नशे की क़्वालिटी देखते हैं ? नशा छोड़ना हैं आसान – नशेड़ी का नशा सिर्फ दिमाग़ की फितूर हैं , कोई भी दृण संकल्पी इंसान एक सेकेंड में नशे की तिलांजली दे सकता हैं। बस मन बना ले – अब और नहीं – बंद तो बंद। कोई इंसान जो नशा शुरू कर सकता हैं वो नशा छोड़ भी सकता हैं। अगर कोई नशे के लिए बेकार किये गए पैसे और समय का सदुपयोग करे , तो वो अपना और अपने परिवार का बेहतर ख्याल रख सकता हैं। बहुत से पुण्यों के बाद मानव जीवन मिलता हैं , ये तुच्छ किस्म के लतो में ख़राब करने के लिए नहीं हैं। |
अगर आप शतायु होने चाहते हैं तो डॉक्टर को अपना दोस्त समझे और दवाओ का अपना हमसफर , आप बीमारियों से ना डरे और उनका डट कर मुकाबला करे. मास्टर हेल्थ चेक अप कराये |नशा छोड़ने के लिए क्या खाएं? |
मास्टर हेल्थ चेक कराये – समय रहते शरीर में पनप रहे किसी रोग का पता चल जाए तो किसी भी बीमारी के इलाज में आसानी होता हैं . मास्टर हेल्थ चेक अप एक ऐसा ही चेक अप हैं. आप की भी डॉक्टर से मिलके इसके बारे में पूछ सकते हैं . मास्टर हेल्थ चेक अप में हार्ट , लीवर , कोलेस्ट्राल, लिपिड प्रोफाइल , लंग्स , शुगर , बी पि जैसे तमाम किस्म के रोगों की जांच हो जाती हैं . अगर कोई मार्कर सामान्य से कम या ज्यादा आता हैं तो डॉक्टर आगे के जांच करा कर चेक कर सकते हैं . साल में एक बार ज़रूर मास्टर हेल्थ चेक अप कराये . समय से दावा खाए – अगर आप लाइफस्टाइल सम्बंधित रोग जैसे डाइबिटिज़ या बीपि से ग्रषित हो . या आपको डॉक्टर ने कोई भी दवा खाने को दी हैं तो आप उसको नियमित समय पर ले , कम या ज्यादा मात्रा में ना ले और ना ही का या ज्यादा समय के लिए ले . अच्छे से अच्छा इलाज कराये – अगर शरीर में कोई बीमारी का पता लग जाए , तो घबराए नहीं , अच्छे से अच्छा इलाज कराये . जान हैं तो जहान हैं . पैसा रूपये की चिंता छोड़ कर अपना इलाज कराये . अगर आपके गाँव या शहर में इलाज उपलब्ध नहीं हैं तो किसी बड़े शहर में चले जाए . दूरी के चक्कर में किया गया दोयम दर्जे का इलाज महंगा ना पद जाए . किसी भी प्रकार के प्रोसीजर से न डरे – कई ऐसी बीमारियाँ होती हैं जिनके इलाज के लिए सर्जरी या एंडोस्कोपी करना पड़ सकता हैं . आप एक से ज्यादा डॉक्टर से सलाह ले कर इत्मीनान कर ले और अगर सर्जरी या कोई अन्य प्रोसीजर ही एक मात्र विकल्प हो तो घबराये नहीं , कई बार एक कष्ट आपको हज़ार कष्टों से मुक्त करने वाला साबित हो सकता हैं . सतर्क कहे जागरूक रहे – शरीर में होने वाले किसी तरह के परिवर्तन को ना नज़रंदाज़ करे , न ही छिपाने की कोशिश करे , समय रहते बीमारी के पकड में आ जाने से उसके निदान में आसानी होगी और आप किसी बड़ी मुसीबत से बच जायेंगे . अल्टरनेटिव मेडिसिन बड़े रोगों के लिए नहीं हैं – आयुर्वेदिक, यूनानी , होमियोपैथ, नेचुरोपैथ , सिद्धा आदि अच्छी विधाए हैं लेकिन कई सदियों से इनमे नयी खोजों का अभाव हैं . कुछ एक रोगों में इनका असर अच्छा होता हैं लेकिन हर रोग में अल्टरनेटिव मेडिसिन का गुण गाना खतरनाक हो सकता हैं . आप कोशिश करे की आप अलोपैथी (अंग्रजी दवा ) से भागे नहीं , ये ज्यादा शोध किया गया विज्ञान हैं . आप अगर शतायु होना चाहते हैं तो डॉक्टर को अपना दोस्त और दवाओं को अपना हमसफ़र माने . |
सुबह जल्दी उठे , रोज़ स्नान करे ,रोज़ योगासन करे |
सुबह जल्दी उठे . रोज़ स्नान करे . रोज़ योगासन करे . 1 ग्रीन टी का सेवन करे . 2 नाश्ता ज़रूर करे , नाश्ता अच्छी तरह करे . 3 एक फल रोज़ खाए . 4 दोपहर में दही या छास का सेवन करे . 5 हर खाने में सलाद खाए . 6 दोपहर का खाना एक बजे से पहले ले . 7 एक घंटे से ज्यादा लगातार कुर्सी पर न बैठे , एक घंटे में कुछ देर के लिए खड़े हो जाए . 8 दिन में जागते हुए हर घंटे में 20 कदम चले , 20 बार लगातार आँख झपकाए , 20सेकंड के लिए आँखे बंद करे , 20 घूंट पानी का पिए , 4बार सर इधर से उधर घुमाये , 4बार आँखे पूरी एक तरफ और फिर पूरी दूसरी तरफ घुमाये ,20बार लम्बू सांस ले . 9 दोपहर में 30 मिनट की नींद ले . 10कुर्सी पर कभी न सोये . सदैव सही तरीके से ही सोये . 11 दिन में तीन बड़े और तीन छोटे भोजन करे . 12 साढ़े नौ बजे के बाद रात का खाना न खाए . 13 रोज़ रात एक गिलास दूध पिए . 14 रात में कभी भी दही न ले . 15 रात में हो सके तो ग्यारह बजे के पहले सो जाए . 16 साफ़ बिस्तर पर सोये . 17 रात में अगर उठे तो झटके से ना उठे , ३० सेकंड बिस्तर पर बैठे रहे , ३० सेकंड तक खड़े रहे फिर आगे बढे . कम से कम 8और ज्यादा से ज्यादा 9 घंटे सोये . इन नियमों का पालन करने से आप शतायु ज़रूर होंगे . |
सभी कुछ संतुलन में करना हैं . अगर आप दीर्घायु होना चाहते हैं या शतायु होना चाहते हैं तो इस बात को मंत्र बना ले की संतुलन ही लम्बे जीवन का आधार हैं . खाने में संतुलन रखे , आपके खाने में हरी साग सब्जी की सही मात्रा रहे , प्रोटीन की सही मात्रा रहे , खाना सही समय पर खाए . पानी ना बहुत ज्यादा पिए न बहुत कम . शरीर की उर्जा की जरूरत के अनुसार ही खाना खाए . अगर आप कम शारीरिक श्रम करते हैं तो कम खाए . आप अपने खाने की कैलोरी जांच ले और संतुलित मात्रा में उतना ही खाए जितना आपके ज़रूरी हो. सही समय पर सोये और सही मात्रा में सोये . जब तक जगे हो तो पूर्ण होश में रहे . हमारा दिमाग केमिकल के द्वारा अपना सञ्चालन करता हैं , लगातार काम करते रहने से दिमाग के केमिकल गड्ड मड्ड हो जाते हैं , जब हम सोते हैं तो ये केमिकल वापस अपनी मूल रूप में आ जाते हैं . इसलिए दिन में कम से कम ६ घंटा और ज्यादा से ज्यादा ८ घंटा सोना ज़रूरी हैं . एक साथ कम से कम ४ घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए . योगासन और व्यायाम सही अनुपात में और सही मात्रा में करे . एक साथ ढेर सारा शारीरिक व्यायाम न करने लगे . योग व्यायाम की मात्रा बढ़ाना हो तो क्रमिक बढ़ाये . किसी की नक़ल में कठिन व्यायाम करने का प्रयास ना करे , धीरे धीरे प्रयास करने से आप कठिन से कठिन व्यायाम कर सकते है . समय समय पर अपनी जांच कराये और शरीर में किसी तत्व का आभाव हो तो उसको पूरा करे . लगातार कुर्सी पर ना बैठे न लगातार कोई काम करे , बीच बीच में एक घंटे में २-३ मिनट का ब्रेक आपके स्पाइनल कार्ड और जोड़ो के लिए जरूरी हैं . लगातार एक ही स्थिति में रहने से आपके शरीर पर जोर पड़ता है जो लम्बे समय में ख़तरनाक हो सकता हैं . |
“निकर्ष“
आपको मानसिक संतुलन भी बना के रखना हैं – बहुत ज्यादा दुखी हो जाना , तेज़ गुस्सा होना , चिंता ग्रस्त होना – ये सब आपके जीवन के लिए ज़हर हैं . जब आपको तेज़ गुस्सा आये तो सोचें – आप क्यों गुस्सा कर रहे हैं ? इस नश्वर दुनिया में ऐसा क्या हैं जो हम बचाना चाहते हैं ? कोई भी परिस्थिति हो वो बीत जाएगा . समय के साथ सब ठीक हो जाएगा . किसी बात पर चिंताग्रस्त नहीं होना चाहिए , कुछ नुकसान हो गया , हमें किसी आने वाली समस्या का भय है , हमने कुछ गलत कर दिया और हमे किसी अप्रिय परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा – कुछ भी हो मौत को छोड़ कर हर चीज़ कम और तुच्छ हैं . आप अपने पर भरोसा रखे और कल की कल पर छोड़ कर मस्त रहे .