fat loss ke liye kya kre :प्राचीन यूनानी चिकित्सा पद्धति, जिसे “यूनानी तिब्ब” कहा जाता है, स्वास्थ्य को चार मूल तत्वों — दम (रक्त), बलगम (कफ), सफरा (पित्त), और सैदा (श्लेष्मा) — के संतुलन से जोड़ती है। वजन बढ़ना या पेट की चर्बी जमा होना इन तत्वों के असंतुलन का संकेत माना जाता है। यूनानी चिकित्सा मानती है कि यदि पाचन तंत्र ठीक तरह से कार्य नहीं करता तो शरीर में चर्बी और अपशिष्ट जमा होने लगता है। इसलिए पेट कम करने के लिए यूनानी चिकित्सक सबसे पहले पाचन क्रिया को सुधारने की सलाह देते हैं। इसमें सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी, नींबू और शहद का सेवन लाभकारी माना जाता है। साथ ही, अजवाइन और सौंफ को उबालकर उसका पानी पीना भी बेहद प्रभावी माना गया है।
प्राचीन यूनानी अंदाज से घटायें पेट और वजन: | 
► परिचय वजन कम करने और सेहतमंद रहने के लिए हम कितने प्रयास करते हैं। लेकिन अधिकतर प्राचीन आहार-योजनायें हमें वजन कम करने में मदद करती हैं। मारिया लोई और सारहा टोलैंड ने अपनी हालिया किताब ‘द ग्रीक डायट’ में इस पुरानी आहार-योजना को आधुनिक विज्ञान की कसौटी पर कसकर देखा है। और बताया है कि क्यों आज भी यह आहार योजना प्रासंगिक है।” ► ऑलिव ऑयल: इसकी गंध भी वजन कम करने में है मददगार ऑलिव ऑयल में किसी भी सामान्य आहार के मुकाबले अधिक मोनोसेचुरेटेड फैट होता है। शोधों में साबित हुआ है कि संतृप्त वसा के स्थान पर ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करने से आपका शरीर आराम के समय भी अधिक ऊर्जा खर्च करने लगता है। इसका अर्थ यह है कि बैठे हुये या सोते हुए भी आपको अधिक कैलोरी खर्च करते हैं। एक जर्मन शोध के मुताबिक ऑलिव ऑयल की गंध से ही आपको पेट भरा होने का अहसास होता है। और नतीजतन आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं। जिन प्रतिभागियों के दही में ऑलिव ऑयल सी घास की सी खुशबू थी उन्होंने कम कैलोरी का उपभोग किया और साथ ही उनका रक्त शर्करा का स्तर भी, केनोला ऑयल मिले हुए दही का सेवन करने वालों की अपेक्षा सामान्य रहा। ► ग्रीक योगार्ट: वसा कम करने के लिए सही बैक्टीरिया ग्रीक योगार्ट आपकी भूख को कम करती है और साथ ही आपको पेट भरा होने का अहसास दिलाती है। इतना ही नहीं इसका सेवन करने से आपके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर सामान्य रहता है और आप बेकार की चीजें खाने से बचते हैं। ग्रीक योगार्ट के गुणों के कारण ही आप अतिरिक्त भोजन का सेवन करने से भी बचते हैं। ग्रीक योगार्ट में किसी भी अन्य ‘रेडी टू ईट’ आहार की अपेक्षा प्रति औंस अधिक प्रोटीन होता है। कार्बोहाइड्रेट की अपेक्षा प्रोटीन का सेवन करने से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म और हाजमा बेहतर रहता है। दही में प्रोटाबॉयोटिक्स तो होते ही हैं, जो आपकी पाचन क्रिया को बेहतर काम करने में मदद करते हैं साथ ही साथ यह आपके शरीर को फैट बर्निंग जोन में रखने में भी मदद करते हैं। शोध में साबित हुआ है कि अगर आपके शरीर में सही बैक्टीरिया न हों तो भले ही आप कितना ही आहार और व्यायाम का खयाल रख लें, वजन कम करने में आपको ज्यादा कड़ी मेहनत करने की जरूरत होगी।” ► सब्जियों का करें सेवन अगर आपके आहार में विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स और फिटोकेमिकल्स की मात्रा पर्याप्त नहीं है, तो वजन कम करने में आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। शोध में साबित हुआ है कि थकान के दौरान आप जंक फूड की ओर अधिक आकर्षित होते हैं। लेकिन सब्जियों में मौजूद माइक्रोन्यूट्रीएंटस आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा देते हैं और साथ ही आपके मेटाबॉलिज्म के लिए भी फायदेमंद होते हैं। आमतौर पर सब्जियों में 90 फीसदी तक पानी होता है, जो शरीर में पानी की कमी होने से भी रोकने में मददगार होती हैं। शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा से हमारे मेटाबॉलिज्म की वसा जलाने की क्षमता में भी इजाफा होता है। पानी से भोजन की मात्रा में तो इजाफा होता है, लेकिन इससे आप अतिरिक्त कैलोरी का सेवन नहीं करते। यानी आपका पेट भी भर जाता है और है और वजन भी नहीं बढ़ता। पानी की पेट भरा रखने की क्षमता उस समय और बढ़ जाती है जब यह सब्जियों में मौजूद अघुलनशील फाइबर के साथ मिल जाता है। इससे पाचन क्रिया को काफी आराम मिलता है। ► बीन्स वजन कम करने के लिए आपको घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर की जरूरत होती है। और बीन्स के अलावा ऐसा कोई खा़द्य पदार्थ नहीं होता जिसमें ये दोनों पर्याप्त मात्रा में मिलते हों। घुलनशील फाइबर आपके पेट में मौजूद तरल पदार्थों में मिलकर एक चिपचिपा जैल बनाता है। यह जैल फैलकर भोजन को आपके पेट में लंबे समय तक रोके रखने का काम करता है, जिससे आप को काफी देर तक भूख नहीं लगती। वहीं अघुलनशील फाइबर पानी को सोखता है, भी आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और घुलनशील फाइबर के साथ मिलकर आपकी भूख को नियंत्रित रखने का काम करता है। ► सीफूड: मेटाबॉलिज्म बेहतर बनाये और वजन घटाये आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका में करीब 90 फीसदी लोगों को पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड नहीं मिलता। ओमेगा फैटी-3 मेटाबॉलिज्म, रक्त शर्करा और संवेदनशीलता के लिए बेहतर होता है। इसके साथ ही यह शरीर की वजन कम करने की क्षमता में भी इजाफा करता है। ट्यूना जैसी फैटी फिश में लीनर यानी पतली फिश के मुकाबले अधिक ओमेगा-3 होता है। लेकिन समुद्री भोजन में किसी अन्य आहार की अपेक्षा अधिक ईपीए/डीएचए ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। युनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ओंटेरियो के शोध के मुताबिक सप्ताह में दो बार मछली का सेवन करने से आपका मेटाबॉलिज्म रोजाना 400 कैलोरी अधिक खर्च करने लगता है। इसके साथ ही इससे पेट के नीचे चर्बी भी जमा नहीं होती।  | 
शाकाहार से करें मोटापे पर वार: | 
► परिचय वजन कम करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए शाकाहारी भोजन काफी मददगार हो सकता है। यदि शाकाहारी भोजन को सही प्रकार से अपनाया जाए तो यह शरीर को जरूरी ऊर्जा और शक्ति तो देता ही है, लेकिन वजन पर जरूर काबू रखता है। शाकाहारी भोजन में फाइबर की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक पायी जाती है, जिससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। लेकिन, इसके लिए कुछ बातों का खयाल रखना जरूरी है। यदि आप इन नियमों को मानें तो समय रहते आपकी चर्बी कम रहेगी। ► शाकाहार का मतलब जंक फूड नहीं आप शाकाहारी हैं, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि आप अपने खाने-पीने का खयाल न रखें। शाकाहारी होने पर आपको जंक फूड खाने की छूट नहीं मिल जाती। आपको ऐसा आहार खाना चाहिए जो पचने में आसान हो साथ ही जिसमें कैलोरी की मात्रा कम हो। जंक फूड इन दोनों ही मानकों पर खरा नहीं उतरता। ► फाइबर से भरे फल अगर आपको भूख लग रही है, तो थोड़े से फल खा लीजिए। शोध में साबित हुआ है कि हम उन चीजों को खाने में दिलचस्पी दिखाते हैं जो हमारे सामने होती हैं। तो अपनी रसोई में फलों की एक कटोरी जरूर रखें। सेब और नाशपति अच्छे विकल्प हैं। इनमें फाइबर काफी अधिक मात्रा में होता है, जिससे आपका पेट काफी लंबे समय तक भरा रहता है। ► ओट्स मेरा दोस्त मीठा दलिया आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं। क्यों न इसके स्थान पर ओट्स को अपने नाश्ते का आधार बनाइए। यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है खासतौर पर अगर इसमें सेब, केला, अलसी और अन्य कई पोषक फलों को मिला लिया जाए। ओटमील कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यह आपके दिल को सेहतमंद बनाये रखता है। ► पैकेड नहीं ओरिजनल चुनें काम की आपाधापी में हमारे पास वक्त ही कहां बचता है। और वक्त की इसी कमी को पूरा करने के लिए हम प्राकृतिक उत्पादों के स्थान पर पैकेड फूड को तरजीह देने लगते हैं। जूस से लेकर अन्य उत्पाद प्रोसेस्ड रूप में हमारे सामने आने लगते हैं। भले ही ये उत्पाद हमारे वक्त की बचत करते हों, लेकिन सेहत और वजन घटाने के लिहाज से इन्हें बिलकुल सही नहीं माना जा सकता। इनमें इस्तेमाल होने वाले प्रिजरवेटिव और चीनी वजन बढ़ाने के कारक हो सकते हैं। तो बेहतर है कि आप ताजा फलों, सब्जियों और जूस को ही तरजीह दें। ► जरा इस पर दें ध्यान स्वयं को शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय बनायें। स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए आपको रोजाना तेज दौड़ लगाने की ही जरूरत नहीं है। आप अपनी पसंद का व्यायाम चुन सकते हैं। आप चाहें तो योग, पैदल चलना, डांस या फिर कुछ और चुन सकते हैं। तो थोड़ी देर के लिए कंप्यूटर, मोबाइल को दूर कीजिए और स्वयं के लिए कुछ समय निकालें। लेकिन, इसके साथ ही इस बात पर भी ध्यान दें कि वजन कम करने में आहार की भूमिका 80 फीसदी होती है और व्यायाम की 20 फीसदी। तो, अगर आप कड़ा व्यायाम करने के बाद अपने खानपान को लेकर लापरवाह हो जाते हैं, तो आपको कोई फायदा होने वाला नहीं है। आपको दोनों के बीच सही सामंजस्य बैठाना होगा। बहुत पहले टीवी पर एक विज्ञापन आया करता था, ‘शाकाहारी बनिये, अच्छा है’। वाकई शाकाहारी बनने के अपने फायदे हैं और अगर आप वजन कम करना चाह रहे हैं तो शाकाहार आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है”  | 
मांसाहारी आहार योजना जो वजन घटाए चुटकियों में: | 
► परिचय आमतौर पर लोग वजन घटाने के लिए शाकाहारी भोजन को ही प्राथमिकता देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे वजन शरीर पर फैट कम जमा होता है। लेकिन अगर आप मांसाहारी भोजन के शौकीन है वजन भी घटाना चाहते हैं तो यह अब कोई मुश्किल काम नहीं है। मांसाहारी आहार योजना की मदद से भी आप अपने वजन घटाने के लक्ष्य को आसानी से पूरा कर सकते हैं। भोजन चाहे कोई भी लेकिन उनमें संतुलन होना बहुत जरूरी है तभी वह शरीर को जरूरी पोषण दे पाएगा। मीट, सीफूड, चिकन, अंडों में आदि प्रोटीन, विटामिन और मिनरल पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। लेकिन कुछ में कोलेस्ट्रोल और सैचुरेटेड फैट भी होता है जो आपके के लिए नुकसानदेह हो सकता है। आइए जानें सात दिनों में वजन घटाने की मांसाहारी योजना के बारे में। ► पहला दिन ब्रेकफास्ट: कोई भी दो फल जैसे सेब या केला और साथ में एक कप चाय लें। लंच: कार्बोहाइड्रेट में लिए जाने वाले चावल, आलू, ब्रेड और पास्ता की जगह अनाज वाले ब्रेड या रोटियां, एक पीस चिकन सलाद या फलों के साथ खाएं। डिनर: मछली, स्टीम्ड ब्रोकली और कोई भी पत्ते वाली सब्जी के साथ फैट फ्री आइस क्रीम लें। ► दूसरा दिन दिन की शुरुआत नींबू और शहद वाले पानी से करें। ब्रेकफास्ट: एक कटोरी पोहा, उपमा या इडली लें। लंच: दो रोटी, थोड़ा सा चावल और सब्जी खाएं। स्नैक्स: ग्रीन टी या अन्य कोई वजन घटाने वाली चाय के साथ चार-पांच अनाज या ओट्स वाले बिस्कुट का सेवन करें। डिनर: डिनर में हल्का-फुल्का खाना ही लें। अनाज के ब्रेड से बना सैंडविच और सलाद का सेवन करें। ► तीसरा दिन ब्रेकफास्ट: एक कटोरी पोहा, उपमा व इडली के साथ सेब या केला लें। फलों पर शहद की टॉपिंग कर लें। लंच: एक कप चावल और दाल, सब्जी और कोई भी फल जैसे अंगूर और केला ले सकते हैं। डिनर: हरी सब्जी, रोटी और सेंका हुआ या उबला हुआ आलू। ► चौथा दिन ब्रेकफास्ट: सेब, केला और दही का सेवन करें। लंच: टमाटर सूप, रोस्टेड चिकन, मूली, टमाटर, नाशपाती और हरी कटी हुई सब्जियों के साथ रोटी खाएं। डिनर: ब्राउन राइस और अननास, सेब और संतरा खाएं। ► पांचवा दिन ब्रेकफास्ट: आधा कप टमाटर और कुछ बादाम। लंच: बीन्स और एक रोटी साथ में सब्जी और खीरे के स्लाइस। डिनर: हरी सब्जियों का सलाद लेकिन उसमें फैट युक्त पदार्थ ना हो साथ में रोटियां। ► छठा दिन ब्रेकफास्ट : एक इडली या रोटी साथ में सब्जी। इसके अलावा केला और टोन्ड दूध भी लें। लंच: एक रोटी, एक कप चावल, बिना मलाई युक्त दही, फिश करी, खीरा, टमाटर और प्याज का सेवन करें। डिनर: ब्राउन राइस, उबले हुए पालक और सेब खाएं।  | 
 निकर्ष 
 ब्रेकफास्ट: एक कटोरी पोहा, उपमा या इडली, आधा कटोरी कटे हुए टमाटार खाएं। लंच: चावल, दाल और सलाद खाएं। डिनर: ग्रिल किया हुआ चिकन, रोटी और अननास के टुकड़े। इस मांसाहारी आहार योजना की मदद से आपका वजन जरूर घटेगा। अगर आप हर रोज यही आहार योजना अपनाएंगे तो आप जल्द ही अपने वजन घटाने के लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे।